आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की नजर अब गोवा और गुजरात पर है। दिल्ली में वे कम सक्रिय हैं। पंजाब का चुनाव कैसे जीतना है यह मनीष सिसोदिया ने बताया है। लेकिन असली नजर गोवा और गुजरात में है। केजरीवाल को लग रहा है कि वे इन दो राज्यों में कांग्रेस की जगह ले सकते हैं। गुजरात की विसावदर सीट पर उपचुनाव में मिली जीत से केजरीवाल का हौसला बढ़ा है। तभी उनकी पार्टी राज्य में होने वाले स्थानीय निकायों के चुनावों में अपने को साबित करने में लगी है। गौरतलब है कि तीन महीने में राज्य के सभी शहरी व ग्रामीण निकायों के चुनाव होने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी हर सीट पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी कोई 10 हजार सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। पहली बार आम आदमी पार्टी इस पैमाने पर स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पार्टी के जानकार नेताओं का कहना है कि केजरीवाल ने निकाय चुनाव में कांग्रेस को तीसरे स्थान पर धकेलने का लक्ष्य रखा है। उनका कहना है कि स्थानीय निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी अगर भाजपा से लड़ती दिखाई देती है और दूसरे स्थान पर भी रहती है तो दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में वह भाजपा की चैलेंजर होगी। आम आदमी पार्टी की यह राजनीति कांग्रेस पार्टी के लिए निश्चित रूप से चिंता बढ़ाने वाली है। वैसे भी गुजरात में कांग्रेस अस्तव्यस्त स्थिति में ही है।