हरियाणा में अगले दो महीने में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। हरियाणा से सटे पंजाब में 2027 में विधानसभा का चुनाव होगा। लेकिन दोनों राज्यों में विज्ञापन की होड़ मची है। दिल्ली के अखबारों में हर दिन दोनों की राज्य सरकारें कम से कम एक एक पन्ने का विज्ञापन दे रही हैं। हरियाणा में चुनाव होना है इसलिए उसका तो समझ में आता है कि वहां आचार संहिता लगने से पहले राज्य सरकार को सरकारी पैसे से जम कर भाजपा का प्रचार करना है। लेकिन पंजाब का क्या मकसद है?
जानकार सूत्रों का कहना है कि पंजाब सरकार के इतना विज्ञापन देने का मकसद भी हरियाणा का ही चुनाव है। असल में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल वहां लगातार प्रचार कर रही हैं। पिछली बार भी पार्टी हरियाणा में चुनाव लड़ी थी लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हुआ था। उसके बाद पंजाब में आप की सरकार बन गई है। तो उसका फायदा उठाते हुए पंजाब सरकार के विज्ञापन दिल्ली और हरियाणा के अखबारों में छप रहे हैं और इससे आम आदमी पार्टी का माहौल बन रहा है। सरकारी विज्ञापन के जरिए छवि चमकाने में केजरीवाल और उनकी पार्टी का जवाब नहीं है।