विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के विवाद का असर कई जगह दिख रहा है। रिलायंस समूह का अमेरिका में होने वाला कार्यक्रम रद्द हो गया है। उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा में इसका असर दिखा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी की दोपक्षीय वार्ता के दौरान जयशंकर की जगह अजित डोवाल मौजूद थे। पुतिन के साथ उनके विदेश मंत्री सर्गेई लवारोव थे तो मोदी के साथ डोवाल मौजूद थे। बाद में मीडिया नैरेटिव में भी इस बात का बहुत प्रचार किया गया कि भारत की रणनीति बदल रही है और इसी का प्रतीक है कि मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मौजूद थे। जयशंकर और डोवाल के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहे विवाद से ध्यान हटाने के लिए रणनीति बदलने का नैरेटिव चलाया गया।
गौरतलब है कि जयशंकर और डोवाल में पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा है। मीडिया की खबरों में बताया गया कि जयशंकर के बेटे ध्रुव जयशंकर, अमेरिका में ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन यानी ओआरएफ के प्रमुख हैं और आरोप है कि उऩ्होंने भारत की कई खुफिया जानकारियां अमेरिका को लीक की। मीडिया में यह नैरेटिव बना कि मोदी को उनके एक करीबी ने धोखा दिया है। इस विवाद के बीच रिलायंस समूह के नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर की ओर से अमेरिका में होने वाला कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। एक हफ्ते का इंडिया वीक कार्यक्रम वहां होने वाला था, जिसे आगे बढ़ा दिया गया है। बताया जा रहा है कि अमेरिका से चल रहे विवाद और ऊपर से जयशंकर बनाम डोवाल के विवाद की वजह से कार्यक्रम टला है।
