इस साल हुए लोकसभा चुनाव में वैसे तो भाजपा ने 63 सीटें गंवाई थीं लेकिन इसमें एक सीट की हार भाजपा के लिए सबसे ज्यादा तकलीफदेह रही। वह सीट थी फैजाबाद की। उत्तर प्रदेश की फैजाबाद लोकसभा सीट के तहत ही अयोध्या आता है, जहां इस साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भव्य राममंदिर का उद्घाटन किया था। उसके दम पर पार्टी पूरे देश में चुनाव जीतने की उम्मीद में थी लेकिन वह अयोध्या हार गई। इस बात का संसद में भी खूब मुद्दा बना और भाजपा के लल्लू सिंह को हराने वाले सपा के अवधेश प्रसाद को कांग्रेस व दूसरी विपक्षी पार्टियों ने ट्रॉफी की तरह पेश किया। इसी तरह जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए माता वैष्णो देवी सीट पर हो रही है।
असल में परिसीमन के तहत रियासी सीट से अलग करके माता वैष्णो देवी सीट का गठन किया। इस सीट पर भाजपा ने बलदेव राज शर्मा को चुनाव में उतारा है। लेकिन पारंपरिक रूप से माता वैष्णो देवी के मंदिर की देखरेख करने वाले बारीदार समुदाय भाजपा का विरोध कर रहा है। उन्होंने शाम सिंह को स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उतार दिया है। इस समुदाय का 15 हजार वोट है। बारीदार चाहते हैं कि श्राइन बोर्ड से लेकर मंदिर के देख रेख का काम उनको सौंपा जाए। अगर उनका वोट भाजपा के खिलाफ और उनके अपने उम्मीदवार को जाता है तो वह उम्मीदवार चुनाव जीत सकता है। इस सीट पर कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह को और पीडीपी ने प्रताप कृष्ण शर्मा को उतारा है।