राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात हुई है। केरल के पलक्कड में शनिवार, 31 अगस्त को दोनों की मुलाकात हुई। वहीं आरएसएस की तीन दिन की अखिल भारतीय समन्वय बैठक हुई है, जिसके पहले दिन नड्डा मौजूद थे। नड्डा और भागवत के बीच क्या बात हुई इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन दोनों के मिलने को ही बड़ी बात माना जा रहा है। जानकार सूत्रों का कहना है कि बैठक से एक हफ्ते पहले तक भाजपा अध्यक्ष को इस बैठक का न्योता नहीं मिला था।
दिल्ली में यह चर्चा थी कि शायद नड्डा को नहीं बुलाया जाए। आखिर उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान बयान दिया था कि एक समय भाजपा को संघ की जरुरत थी लेकिन अब भाजपा आत्मनिर्भर हो गई है।
बहरहाल, नड्डा को न्योता मिला और वे पलक्कड गए। माना जा रहा है कि संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक में एक मुख्य एजेंडा यह था कि भाजपा के साथ कैसे समन्वय बनाया जाए। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा और संघ का तालमेल बिगड़ा था, जिसका असर जमीनी स्तर पर भी दिखा। भाजपा को इसका नुकसान हुआ। धारणा के स्तर पर भी और वोटर्स को मोबिलाइज करने की जमीनी तैयारियों के स्तर पर भी। तभी यह मुलाकात महत्वपूर्ण रही। बताया जा रहा है कि पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर निश्चित रूप से चर्चा हुई होगी क्योंकि भाजपा को इस बारे में फैसला करना है। बहरहाल, भाजपा और संघ के बीच कितनी बर्फ पिघली है, इसका अंदाजा चार राज्यों के विधानसभा चुनावों से होगा। उसी से अंदाजा होगा कि नए अध्यक्ष के नाम पर कोई सहमति बनी है या नहीं।