Karnataka politics: कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र के खिलाफ अभियान तेज हो गया है। अब तक ढके छिपे तरीके से चल रहा अभियान अब खुल कर शुरू हो गया है।
बीएस येदियुरप्पा के विरोधी बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने ऐलान किया है कि येदियुरप्पा के बेटे को कर्नाटक भाजपा के नेता के तौर पर नहीं स्वीकार किया जाएगा।(Karnataka politics)
गौरतलब है कि 2023 में भाजपा के विधानसभा का चुनाव हारने के बाद लंबी जद्दोजहद हुई और तब येदियुरप्पा के बेटे को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।(Karnataka politics)
लेकिन पिछले साल उनका विरोध शुरू हुआ, जो अब बहुत खुल कर होने लगा है।(Karnataka politics)
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पिछले दिनों भाजपा आलाकमान ने येदियुरप्पा और यतनाल दोनों को दिल्ली बुलाया था। हालांकि येदियुरप्पा तो नहीं आए लेकिन यतनाल ने दिल्ली में नेताओं से मुलाकात की।(Karnataka politics)
उन्होंने कहा कि कर्नाटक से वंशवाद और भ्रष्टाचार की राजनीति खत्म करने के लिए येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाना होगा।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि राज्य में समायोजन की राजनीति हो रही है। यानी येदियुरप्पा और उनका परिवार अपने मुकदमों में राहत के लिए कांग्रेस के साथ मिल गया है।(Karnataka politics)
उनका कहना है कि इस समायोजन की राजनीति को खत्म करने के लिए भी बदलाव की जरुरत है। बहरहाल, भाजपा नेतृत्व जिला परिषद और पंचायत चुनावों से पहले इस तरह की बयानबाजी और आपस की लड़ाई को खत्म करने के प्रयास में जुटी है।