मल्लिकार्जुन खड़गे की बनाई कांग्रेस कार्य समिति में सबसे ज्यादा सदस्य महाराष्ट्र से रखे गए हैं। सोचें, पिछले चुनाव में राज्य में कांग्रेस चौथे नंबर की पार्टी रही थी फिर भी सबसे ज्यादा सदस्य वहां से रखे गए हैं। इसका कारण यह है कि कांग्रेस को इस बार के चुनाव में वहां अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। वैसे राजस्थान से भी सात लोगों को जगह मिली। चूंकि राजस्थान में विधानसभा का चुनाव होने वाला है इसलिए वहां का प्रतिनिधित्व ज्यादा रखा गया है। हालांकि यह आधार नहीं होना चाहिए था। क्योंकि अगले साल जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं क्या वहां का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए पार्टी अगले साल राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना आदि के नेताओं को हटा देगी और महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा के नेताओं की संख्या बढ़ा देगी?
बहरहाल, कांग्रेस ने महाराष्ट्र से नौ सदस्यों को कार्य समिति में रखा है। सोचें, पिछले चुनाव के बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस चौथे नंबर की पार्टी बन कर उभरी थी फिर भी वहां से सबसे ज्यादा सदस्य हैं। ऐसा लग रहा है कि शिव सेना और एनसीपी में बिखराव के बाद कांग्रेस वहां अपने लिए अच्छी संभावना देख रही है। महाराष्ट्र से जो मुख्य नाम है वह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का है। उनके अलावा मुकुल वासनिक, अविनाश पांडे, रजनी पाटिल, माणिकराव ठाकरे, परिणीति शिंदे, यशोमती ठाकुर, चंद्रकांत हंडोरे और सचिन राव को कार्य समिति में रखा गया है। राजस्थान से सचिन पायलट के अलावा जितेंद्र सिंह, महेंद्र मालवीय, मोहन प्रकाश, अभिषेक सिंघवी, हरीश चौधरी और पवन खेड़ा को भी जगह मिली है। जहां तक सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की बात है वहां का भी अच्छा खासा प्रतिनिधित्व है और ऐसा इसलिए है क्योंकि नेहरू गांधी परिवार के तीनों सदस्य- सोनिया व राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन तीनों के अलावा सलमान खुर्शीद और सुप्रिया श्रीनेत को कार्य समिति में शामिल किया गया है।