महाराष्ट्र राजनीतिक प्रहसन वाला राज्य बन गया है। जितने तरह के राजनीतिक तमाशे हो सकते हैं सब वहां हो रहे हैं। शिव सेना के तमाशे के बाद एनसीपी का तमाशा अभी चल ही रहा है इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी के एक नेता ने बहुत दिलचस्प बातें बताई हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में विस्तार से बताया कि इस सरकार में कौन नेता कैस मंत्री बना है। शिंदे गुट के विधायक और विधानसभा में मुख्य सचेतक भरत गोगावले खुद मंत्री पद के दावेदार हैं। उनको पहली बार में मौका नहीं मिला। इस बारे में वे जनता को किस्से सुना रहे थे कि पहली बार में उनको मौका क्यों नहीं मिला। इसी क्रम में उन्होंने बताया कि क्या क्या कारण बता कर लोग शिंदे सरकार में मंत्री बन गए।
गोगावले ने बताया कि एक विधायक ने मुख्यमंत्री से कहा कि अगर वे मंत्री नहीं बनते हैं तो उनकी पत्नी खुदकुशी कर लेगी। सो, पत्नी का मन रखने और जान बचाने के लिए उनको मंत्री बना दिया जाना चाहिए। इस आधार पर वे मंत्री बन गए। एक विधायक ने कहा कि अगर वे मंत्री नहीं बने तो उनके इलाके के बड़े भाजपा नेता नारायण राणे उनको खत्म कर देंगे। सो, खत्म किए जाने का डर दिखा कर उन्होंने दबाव बनाया और मंत्री बन गए। इसी तरह एक विधायक ने कहा कि अगर उनको मंत्री नहीं बनाया जाता है तो वे विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। सो, एक एक सीट के लिए मारामारी के समय में कौन एक विधायक का इस्तीफा होने देता इसलिए वे मंत्री बन गए। भरत गोगावले ने बताया कि ऐसे ही लोगों की वजह से वे खुद मंत्री नहीं बन पाए। लेकिन अगला विस्तार जब भी होगा तो वे मंत्री जरूर बनेंगे।