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मेक इन इंडिया और भारत का व्यापार घाटा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने मेक इन इंडिया का बड़ा हल्ला मचाया। ऐसा दावा किया गया कि भारत में अब निर्माण सेक्टर तेजी पकड़ रहा है और भारत से भी वस्तुओं का निर्यात होने लगा है। मोबाइल फोन का निर्यात बढ़ने का तो सबसे ज्यादा शोर मचा है। लेकिन अब वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के विदेशी कारोबार के आंकड़े आए हैं तो पता चला है कि भारत का आयात लगातार बढ़ता गया है और दुनिया के ज्यादातर देशों के साथ कारोबार में व्यापार घाटा भारत का ही हुआ है। ताजा आंकड़ों के हिसाब से चीन सहित शीर्ष 10 देशों में से नौ के साथ भारत का व्यापार घाटे का है।

शीर्ष 10 देशों में अमेरिका एकमात्र देश है, जिसके साथ भारत का व्यापार घाटा नहीं है। यानी अमेरिका से जितना निर्यात हुआ है उससे ज्यादा आयात हुआ है। बाकी सभी देश, जिनमें चीन और रूस शीर्ष पर हैं, उनके साथ भारत के निर्यात के मुकाबले आयात बहुत ज्यादा है। चीन से भारत का व्यापार घाटा 85 अरब डॉलर का है। दूसरे नंबर पर रूस है, जिसके साथ भारत का व्यापार घाटा 57 अरब डॉलर का है। दक्षिण कोरिया के साथ 15 और हांगकांग के साथ 12 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ। चीन के साथ भारत का दोपक्षीय कारोबार 118.4 अरब डॉलर हो गया है। यह तब हुआ है, जब चार साल से भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव चल रहा है।

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