बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती फिर पुराने तेवर में दिख रही हैं। अभी तक चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा नहीं की है लेकिन मायावती ने उम्मीदवारों की घोषणा शुरू कर दी है। गौरतलब है कि मायावती पहले उपचुनाव नहीं लड़ती थीं लेकिन इस बार उन्होंने सभी 10 सीटों पर उपचुनाव लड़ने का ऐलान किया है और चुनाव की घोषणा से पहले चार सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। उन्होंने इस चुनाव में नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद की चुनौती का जवाब देने का भी फैसला किया है। तभी मायावती ने उनके करीबी शाह नजर को तोड़ा है और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से उनको टिकट दिया है। शाह नजर पहले चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी से जुड़े थे। इस सीट पर बहुकोणीय मुकाबले में मायावती को अपनी ताकत साबित करनी है।
मायावती ने फैजाबाद की मिल्कीपुर सीट से भी उम्मीदवार घोषित कर दिया है। यह प्रतिष्ठा की सीट है। इस सीट के विधायक अवधेश प्रसाद सपा की टिकट पर फैजाबाद के सांसद बने हैं। फैजाबाद सीट के अंदर ही अयोध्या है। तभी अवधेश प्रसाद को विपक्षी गठबंधन ट्रॉफी की तरह पेश कर रहा है। उनकी खाली हुई मिल्कीपुर की सुरक्षित सीट पर बसपा ने रामगोपाल कोरी को उम्मीदवार बनाया है। कोरी 2017 में बसपा की टिकट पर लड़े थे और उनको 54 हजार वोट मिला था। मीरापुर और मिल्कीपुर के अलावा मायावती ने मझवां और फूलपुर से भी अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इन चारों चुनाव क्षेत्रों में बसपा का चुनाव अभियान शुरू हो गया है।