milkipur by election: आमतौर पर एक सीट का उपचुनाव हो तो मुख्यमंत्री वहां प्रचार के लिए नहीं जाते हैं। लेकिन फैजाबाद लोकसभा सीट के तहत आने वाली मिल्कीपुर सीट कोई सामान्य सीट नहीं है।
यह सपा सांसद अवधेश प्रसाद के इस्तीफे से खाली हुई है। अवधेश प्रसाद ने फैजाबाद सीट पर भाजपा के लल्लू सिंह को हराया था। फैजाबाद सीट के तहत ही अयोध्या का क्षेत्र आता है।(milkipur by election)
तभी अवधेश प्रसाद की जीत को कांग्रेस, सपा और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने इस रूप में प्रचारित किया कि भाजपा अयोध्या हार गई।
अवधेश प्रसाद सांसद हो गए तो उन्होंने मिल्कीपुर सीट से इस्तीफा दिया, जहां सपा ने उनके बेटे अजीत प्रसाद को चुनाव में उतारा है।(milkipur by election)
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यह सीट खाली होने के बाद से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार इसका दौरा कर चुके हैं। वे शुक्रवार को चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे।(milkipur by election)
एक तरफ अखिलेश यादव का पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्क का दांव है तो दूसरी ओर योगी और भाजपा का हिंदुत्व का दांव है। अखिलेश यादव के मुताबिक मिल्कीपुर में पीडीए का 90 फीसदी वोट है।
यह वोट नहीं बंटे और हिंदुत्व का कार्ड नहीं चले इसके लिए अखिलेश भी खूब प्रयास कर रहे हैं। वे महाकुंभ में नहाने गए और संगम में 11 बार डुबकी लगाई।(milkipur by election)
पत्रकारों को 11 बार डुबकी लगाने का महत्व भी समझाया। दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ प्रयागराज से अयोध्या तक दौरे कर रहे हैं और मिल्कीपुर की जीत सुनिश्चित करने में लगे हैं। इस एक सीट के चुनाव से बहुत कुछ तय होने की बात कही जा रही है।