प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि कुछ रिकॉर्ड तो अपने आप समय के साथ बन रहे हैं लेकिन कुछ रिकॉर्ड योजना के तहत बनाए जा रहे हैं। जैसे इस बार लाल किले से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड बनाया। यह रिकॉर्ड अपने आप नहीं बना है, बल्कि योजना के तहत बना है। मोदी ने 103 मिनट का भाषण देकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा। अगर उनको लगेगा कि भविष्य में यह रिकॉर्ड टूट सकता है तो आगे वे इससे भी लंबा भाषण दे सकते हैं। हालांकि साजिश थ्योरी का प्रचार करने वाले अनेक लोग इसे लाल किले से उनका आखिरी भाषण बता रहे हैं। बहरहाल, मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले सबसे लंबा भाषण जवाहर लाल नेहरू का था। एक बार वे 72 मिनट तक बोले थे। हालांकि सबसे छोटा भाषण भी उन्हीं का है। एक बार वे सिर्फ 14 मिनट बोले थे। मोदी ने अपना पहला ही भाषण 65 मिनट का दिया था। इसके बाद 88 मिनट और 98 मिनट दिए और अब 103 मिनट का भाषण दिया है।
इसी तरह अब वे लाल किले से लगातार सबसे ज्यादा भाषण देने वाले दूसरे प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ा है। इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 के बीच लगातार 11 बार भाषण दिया था। पिछली बार मोदी ने लगातार 10 बार भाषण देने का मनमोहन सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा था। अब इसके आगे उनके सामने सबसे ज्यादा बार भाषण देने के दो रिकॉर्ड हैं। इंदिरा गांधी ने 16 बार और जवाहर लाल नेहरू ने 17 बार लाल किले से भाषण दिया है। ध्यान रहे मोदी लगातार तीन चुनाव जीत कर तीन बार प्रधानमंत्री बनने के जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके हैं। अब उनको लगातार चार बार जीत कर नया रिकॉर्ड बनना है। अगर वे प्रधानमंत्री बने रहते हैं और चौथी बार जीतते हैं तो फिर सारे रिकॉर्ड उनके नाम होंगे। उन्होंने 12 साल में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय सम्मान हासिल करने का रिकॉर्ड अपने नाम बना लिया है।