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मोहन माझी की गलती और भूल सुधार

मोहन चरण माझी को ओडिशा का मुख्यमंत्री बने हुए अभी दो महीने हुए हैं और उन्होंने एक ऐसी गलती कर दी, जो भाजपा के मौजूदा सेटअप में अक्षम्य मानी जाती है। हालांकि उन्होंने 24 घंटे के अंदर भूल सुधार की लेकिन गलती तो हो चुकी है। मोहन माझी ने दिल्ली के सभी बड़े अंग्रेजी अखबारों में पूरे पूरे पन्ने का विज्ञापन छपवा दिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर नहीं थी। माझी और उनके जन संपर्क विभाग में सिर्फ मुख्यमंत्री की फोटो के साथ सारे विज्ञापन छपवा दिए। भाजपा शासित राज्यों के लिए यह अघोषित नियम है कि उनके विज्ञापन में प्रधानमंत्री की फोटो होगी और वह फोटो मुख्यमंत्री की फोटो से बड़ी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने सरकारी विज्ञापनों का जो नियम बनाया है उसके मुताबिक उसमें सिर्फ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो छप सकती है।

ओडिशा के मुख्यमंत्री ने पेरिस ओलंपिक में हॉकी का कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के स्वागत का कार्यक्रम रखा, जिसका विज्ञापन बुधवार यानी 21 अगस्त को छपा। उसमें सिर्फ मुख्यमंत्री की फोटो थी। इसके बाद क्या हुआ इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है लेकिन 22 अगस्त के अखबारों में फिर उसी साइज के विज्ञापन छपे, जिसमें प्रधानमंत्री की बड़ी सी तस्वीर लगाई गई। इस बार प्रधानमंत्री की फोटो मुख्यमंत्री से बड़ी थी। पता नहीं लगातार दूसरे दिन फोटो छपने का कार्यक्रम पहले से था या नहीं लेकिन चूंकि पहले दिन बिना प्रधानमंत्री की फोटो के विज्ञापन छपा था तो दूसरे दिन दिन भी सभी बड़े अखबारों में एक एक पन्ने का विज्ञापन छपा।

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