प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर केंद्र सरकार बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। हालांकि तकनीकी रूप से इसकी शुरुआत 13 सितंबर को हो जाएगी, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आयुष्मान भव योजना शुरू करेंगी। लेकिन जमीनी स्तर पर इस पर कामकाज 17 सितंबर यानी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर ही शुरू होगा। ध्यान रहे भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर सेवा सप्ताह मनाती है। इस बार भी भाजपा का कार्यक्रम चलता रहेगा लेकिन इस बार सरकार बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य मेला लगाने जा रही है। स्वास्थ्य के जरिए सरकार करोड़ों नए लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है, जिनको केंद्र की आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना का लाभार्थी बनाया जाएगा।
सरकार 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से लेकर दो अक्टूबर को महात्मा गांधी के जन्मदिन तक आयुष्मान मेला लगाने जा रही है। इसमें हर तबके के लोगों का इलाज होगा। करीब पौने दो लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आयुष्मान मेला लगेगा। आयुष्मान भव योजना के तहत केंद्र सरकार करीब सात करोड़ नए परिवारों को स्वास्थ्य योजना से जोड़ने जा रही है। इनमें ऐसे परिवारों को शामिल किया जाएगा, जो बिल्कुल निचले तबके के हैं। इनमें भिखारी भी हैं और सर पर मैला ढोने वाले भी हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि 2021 में जनगणना नहीं होने से एक बड़ा तबका सरकारी योजना का लाभ लेने से वंचित रह गया है। ऐसे लोगों की पहचान करके उनको स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। यह काम युद्धस्तर पर होगा और 15 दिन में करोड़ों लोगों को इस योजना से जोड़ जाएगा। गौरतलब है कि राजस्थान में जहां अगले दो महीने में चुनाव हैं वहां कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार की ओर से स्वास्थ्य को लेकर बड़ी योजना चल रही है। केंद्र की योजना का लाभ इस चुनाव में भी मिल सकता है और लोकसभा चुनाव में भी।