जी-20 शिखर सम्मेलन का प्रचार तुरंत थमने वाला नहीं है। संसद के विशेष सत्र और उसके बाद पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी इसे मुद्दा बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस बड़े आयोजन का अधिकतम प्रचार करने और अधिकतम लाभ लेने की योजना पर काम कर रहे हैं। तभी शिखर सम्मेलन खत्म होने के बाद से हर दिन कोई न कोई कार्यक्रम हो रहा है, जो इससे जुड़ा हुआ है। जैसे सम्मेलन के अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी भारत मंडपम गए, जहां क्राफ्ट का मेला लगा हुआ है। उन्होंने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ सुषमा स्वराज भवन में चर्चा की और उनका धन्यवाद दिया।
इसके बाद बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हिस्सा लेने भाजपा मुख्यालय पहुंचे तो फूल बरसा कर उनका स्वागत किया गया। उसी दिन कैबिनेट की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोदी को बधाई देने और उनके अभिनंदन का प्रस्ताव रखा, जिसे मंजूर किया गया। इसके बाद तय हुआ कि प्रधानमंत्री मोदी जी-20 सम्मेलन में सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले साढ़े चार सौ लोगों के साथ भारत मंडपम में ही डिनर करेंगे। इसके बाद संसद के विशेष सत्र में इसके सफल आयोजन के लिए प्रधानमंत्री का अभिनंदन होना है। बताया जा रहा है कि जी-20 शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र की कुछ बातों को भाजपा पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के घोषणापत्र का हिस्सा बना सकती है।