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मोदी के बयान ने बिहार में छह सीटें हरवा दीं

बिहार में भारतीय जनता पार्टी के नेता हैरान परेशान हैं कि आखिर पहले छह चरण में थोड़ा बहुत ऊपर नीचे होकर सब कुछ ठीक चल रहा था तो आखिरी चरण में इतना बड़ा नुकसान कैसे हो गया? गौरतलब है कि आखिरी चरण में बिहार की जिन आठ सीटों पर मतदान हुआ था उनमें से छह सीटें भाजपा और जदयू हार गए हैं। इसका मतलब है कि विपक्ष को जो 10 सीटें मिली हैं उनमें से छह सीटें आखिरी चरण की है। राष्ट्रीय जनता दल को मिली चार में से तीन सीटें आखिरी चरण वाली हैं। पाटलिपुत्र, जहानाबाद और बक्सर में आखिरी चरण में चुनाव हुआ था और ये तीनों सीटें राजद को मिली हैं। इसी तरह सीपीआई माले को जो दो सीटें मिली हैं, आरा और काराकाट में उन पर भी आखिरी चरण में मतदान हुआ था। आखिरी चरण के मतदान वाली सासाराम सीट भी कांग्रेस के खाते में गई।

असल में आखिरी चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री जब प्रचार करने पहुंचे तो उन्होंने लालू प्रसाद के साथ साथ तेजस्वी यादव को भी निशाना बनाया। उन्होंने तंज करने के अंदाज में कहा कि हेलीकॉप्टर का चक्कर समाप्त होते ही तेजस्वी जेल जाने के लिए तैयार रहें। उनके इस बयान ने यादव मतदाताओं को पूरी तरह से एकजुट कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि जीत रहे रामकृपाल यादव पाटलिपुत्र में हार गए और लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती जीत गईं। बक्सर में जो यादव वोट निर्दलीय बाहुबली नेता ददन यादव के साथ जा रहे थे वे राजद के सुधाकर सिंह के साथ एकजुट हुए और भाजपा के मिथिलेश तिवारी हार गए। प्रधानमंत्री के इस बयान ने काराकाट में उपेंद्र कुशवाहा को हराया। इस बयान से पहले यादव का वोट भोजपुरी सिंगर पवन सिंह के साथ जाता दिख रहा था। उनके लिए दूसरे भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने बड़ा प्रचार किया था। परंतु प्रधानमंत्री के बयान के बाद यादव गठबंधन से चुनाव लड़ रहे सीपीआई माले के उम्मीदवार राजाराम कुशवाहा के साथ चले गए।

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