इस मामले में अभी बहुत विस्तार से काम नहीं हुआ है लेकिन ऐसी खबरें आ रही हैं कि सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी की लोकप्रियता कम हो रही है। हाल की दो घटनाओं को लेकर कुछ लोगों ने स्वतंत्र रूप से इसके आंकड़े जुटाए हैं, जिनके मुताबिक सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर भाजपा की पहुंच कम हो रही है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बढ़ रही है। इस तरह के अध्ययन प्रायोजित भी हो सकते हैं लेकिन कुछ आंकड़े जरूर सच के करीब हैं। जिन दो घटनाओं को लेकर इस तरह के आंकड़े आए हैं उनमें से एक स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शुरू किए गए अभियान हैं और दूसरा लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री का भाषण है।
ध्यान रहे स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने मेरी मिट्टी, मेरा देश अभियान शुरू करने का ऐलान किया था। कहा गया था कि लोग एक मुट्ठी मिट्टी लेकर अपनी सेल्फी लें और उसे अपलोड करें। पिछले साल की तरह तिरंगे कि सेल्फी अपलोड करने को भी कहा गया था और डीपी में तिरंगा लगाने की अपील भी की गई थी। कहा जा रहा है कि पिछली बार के मुकाबले इस बार की अपील का असर आधे से भी कम रहा। इसी तरह अविश्वास प्रस्ताव पर हुई चर्चा में राहुल के भाषण को प्रधानमंत्री मोदी के भाषण से ज्यादा व्यूज मिले। स्मृति ईरानी और अमित शाह के भाषण के व्यूज तो और भी कम थे। इस आधार पर यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा की आईटी सेल में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले जब तक विपक्षी पार्टियों की ओर से सोशल मीडिया पर बहुत आक्रामक अभियान नहीं चलता था तब तक भाजपा को बढ़त थी लेकिन अब वह बढ़त कम हो रही है और मुकाबला बराबरी का हो रहा है।