सोशल मीडिया का कोई प्लेटफॉर्म ऐसा नहीं है, जहां देश के बड़े और लोकप्रिय नेता सक्रिय नहीं हैं। कोई भी नया प्लेटफॉर्म आते ही नेता उस पर अपना अकाउंट बना लेते हैं और लाखों लोग उसे फॉलो भी करने लगते हैं। फेसबुक से लेकर ट्विटर यानी एक्स और इंस्टाग्राम पर सभी बड़े नेताओं के अकाउंट हैं और लाखों-करोड़ों फॉलोवर हैं। अब दो दिन के अंतराल में देश के तीन बड़े नेताओं ने व्हाट्सऐप का चैनल ज्वाइन किया है। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना व्हाट्सऐप चैनल शुरू किया। इसके तुरंत बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपना चैनल शुरू कर दिया।
तीनों नेताओं के व्हाट्सऐप चैनल ज्वाइन करने के बाद उनकी पार्टियों की ओर से एक जैसी प्रतिक्रिया दी गई। भाजपा, कांग्रेस और आप ने कहा कि उनके नेता सीधे जनता से जुड़ना चाहते हैं। हालांकि वे पहले से जनता से किसी न किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए जुड़े हुए हैं। फिर भी एक नए प्लेटफॉर्म पर भी जुड़ना है। व्हाट्सऐप चैनल असल में एक एकतरफा संवाद का चैनल है, जिसमें एडमिन अपनी पसंद से वीडियो, टेक्स्ट मैसेज आदि डाल सकता है, ओपिनियन पोल आदि भी करा सकता है। उसके फॉलोवर उस पर कोई मैसेज नहीं लिख सकते हैं। वे सिर्फ इमोजी के जरिए ही प्रतिक्रिया दे सकते हैं। बहरहाल, जल्दी ही व्हाट्सऐप चैनल की भी भरमार होने वाली है। सारे नेता इस पर पोल करा रहे होंगे और अपनी पसंद के नतीजे जारी कर रहे होंगे।