हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में भाजपा की जीत के बाद प्रधानमंत्री का सोशल मीडिया अकाउंट पूरी तरह से बदला हुआ दिख रहा है तो खुद प्रधानमंत्री के भाषण और देह भंगिमा भी बदली हुई है। पिछले कुछ समय से ऐसा देखने को मिल रहा है कि उनके भाषणों में या उनको लेकर चल रहे भाजपा के प्रचार अभियान में सिनेमाई डायलॉग्स की तर्ज पर डायलॉग बढ़ गए हैं। अमिताभ बच्चन की एक फिल्म के मशहूर डायलॉग की तर्ज पर पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने एक कार्यक्रम में कहा- बाकी सबकी उम्मीदें जहां खत्म हो जाती हैं वहां से मेरी गारंटी शुरू होती है। गौरतलब है कि भाजपा ने तीन राज्यों में मोदी की गारंटी पर चुनाव लड़ा था और जीती है। तभी उसके बाद विकसित भारत संकल्प यात्रा के एक कार्यक्रम में शामिल हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह डायलॉग बोला।
उससे पहले भाजपा ने चारों तरफ प्रधानमंत्री की यह लाइन प्रचारित की है कि ‘एक अकेला सब पर भारी’। प्रधानमंत्री मोदी ने यह लाइन कुछ समय पहले संसद में बोली थी। लेकिन अब भाजपा इसका प्रचार कर रही है यह बताने के लिए पूरा विपक्ष मिल कर भी मोदी को नहीं रोक पा रहा है। अभी प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदी के एक अखबार को इंटरव्यू दिया तो उसमें चुनावी जीत को लेकर कहा- मैं तो मेहनत करता हूं, जनता मेरी झोली वोटों से भर देती है। इससे पहले पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद मोदी के एक्स हैंडल पर एक पोस्ट डाली गई थी, जिसकी बड़ी चर्चा हुई थी। उसमें उन्होंने विपक्षी पार्टियों, खास कर कांग्रेस को लेकर लिखा था कि अगर आप अपने झूठ, अहंकार से खुश हैं तो कोई बात नहीं अभी और मेल्टडाउन यानी और गिरावट होगी। यह पिछले कुछ समय से देखने को मिल रहा है कि प्रचलित राजनीतिक मुहावरों से हट कर प्रधानमंत्री नए और फिल्मी डायलॉग्स पर आधारित मुहावरे बोल या लिख रहे हैं।