नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार बनने से पहले भाजपा की सभी सहयोगी पार्टियों को लग रहा है कि मंत्रिमंडल में उनको जगह मिलेगी। लेकिन संभव है कि कुछ लोगों को इंतजार करना पड़े। भाजपा बड़ी सहयोगी पार्टियों को तो सरकार में शामिल कर रही है लेकिन कुछ सहयोगी पार्टियों को छोड़ सकती है। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस बार शायद आरपीआई के नेता रामदास अठावले को सरकार में जगह नहीं मिले। हालांकि वे मंत्री पद की मांग कर रहे हैं।
इसी तरह अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल के बारे में भी चर्चा है कि उन्हें शायद मंत्री नहीं बनाया जाए। हालांकि यूपी के राजनीतिक हालात को देखते हुए यह मुश्किल लग रहा है। ऐसे ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भी इंतजार कर रहे हैं लेकिन उनका इंतजार थोड़ा लंबा हो सकता है। झारखंड में दूसरी बार सांसद बने आजसू नेता चंद्रप्रकाश चौधरी भी मंत्री बनने की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन शायद उनके नेता सुदेश महतो ही ऐसा नहीं चाहेंगे। बदले में वे झारखंड में विधानसभा की ज्यादा सीट मांग सकते हैं।