कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एक बार फिर एक बड़े संवैधानिक और लोकतांत्रिक कार्यक्रम से गैरहाजिर रहे हैं। रविवार को संसद की नई इमारत के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किया गया। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसे स्थापित किया। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे नहीं शामिल हुए। उनकी ओर से कहा गया कि सरकार की ओर कार्यक्रम की सूचना देने में देरी की गई और उससे पहले कांग्रेस पार्टी की कार्य समिति की बैठक हैदराबाद में तय हो गई थी। ध्यान रहे कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हैदराबाद में करने का कार्यक्रम एक महीने पहले बना था। दो दिन के इस कार्यक्रम में रविवार को विस्तारित सीडब्लुसी की बैठक हुई और उसके बाद एक बड़ी रैली को सोनिया गांधी, खड़गे और राहुल गांधी ने संबोधित किया।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर हुए कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए थे। आमतौर पर विपक्ष में रहने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं। लेकिन खड़गे ने कहा कि उस दिन सुरक्षा व्यवस्था बहुत सख्त थी और उनको कांग्रेस मुख्यालय में भी झंडा फहराना था इसलिए वे लाल किले के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। उससे पहले मई के महीने में जब संसद की नई इमारत का उद्घाटन हुआ था और शेंगोल स्थापित किया गया था तब भी खड़गे उस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे। हालांकि तब विपक्षी पार्टियों ने उसका बहिष्कार किया था। संसद के दोनों कार्यक्रमों और लाल किले के कार्यक्रम से खड़गे की गैरहाजिरी पर सवाल उठ रहे हैं।