ऐसा लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने संगठन में कोई बड़ा बदलाव नहीं करने जा रहे हैं। बड़े बदलाव की बजाय एकाध नई नियुक्तियां हो सकती हैं। जो जगह खाली हो रहे हैं उन पर किसी नए व्यक्ति को लाया जा सकता है। उनकी टीम के ज्यादातर महासचिव और उपाध्यक्ष काम कर रहे हैं। एकाध को छोड़ कर किसी की जिम्मेदारी बदले जाने की कोई सूचना नहीं है। नड्डा की टीम की महासचिव डी पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया है इसलिए उनकी जगह कोई नया महासचिव आ जाएगा। इसके अलावा सिर्फ एक या दो महासचिव को बदले जाने की खबर है। इसी तरह सभी उपाध्यक्षों के बने रहने की संभावना है क्योंकि ज्यादातर उपाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री हैं।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के जस का तस रहने की संभावना है। उसमें 10 नए लोगों को शामिल किया गया है। जितने प्रदेश अध्यक्ष हाल के दिनों में हटाए गए हैं, सबको कार्यसमिति में शामिल कर लिया गया है। पिछले दिनों झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के अध्यक्ष बदले गए थे उनको कार्यसमिति में लिया गया है। इससे साफ है कि नई कार्यसमिति नहीं बनने वाली है। संसदीय बोर्ड में पिछले ही साल कई लोग शामिल किए गए इसलिए उसमें भी बदलाव की संभावना नहीं है। भाजपा के जानकार सूत्रों के मुताबिक पार्टी में तीन नए महासचिव शामिल हो सकते हैं और प्रवक्ताओं की टीम में कुछ नए चेहरे लाए जा सकते हैं। इसके अलावा कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।