चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर पार्टी की घोषणा करने जा रहे हैं। दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर एक बड़े कार्यक्रम में उनकी पार्टी की घोषणा होगी। पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में उन्होंने रैली का आयोजन किया है, जिसमें एक लाख से ज्यादा लोगों को जुटाने का दावा किया गया है और यह भी कहा गया है कि एक करोड़ सदस्यों के साथ पार्टी की स्थापना होगी। इससे पहले किसी पार्टी की ऐसी ग्रैंड लॉन्चिंग नहीं हुई है। नई पार्टियां बनती हैं और खत्म होती हैं। कुछ सफल भी हो जाती हैं लेकिन इस अंदाज में शायद ही किसी पार्टी की स्थापना हुई होगी।
बहरहाल, नई पार्टी की स्थापना से पहले देश भर में फैले प्रशांत किशोर के सहयोगियों का पटना पहुंचना शुरू हो गया। बिहार के आम लोग रैली में शामिल होंगे लेकिन पीके के खास सहयोगी उनके लिए रणनीति बनाने और चुनाव में उनकी मदद के लिए पहुंच रहे हैं। ध्यान रहे देश में इस समय जितने भी चुनाव रणनीतिकार हैं उनमें से 90 फीसदी से ज्यादा ने अपने साथ यह पहचान जोड़ी है कि वे प्रशांत किशोर के साथ काम कर चुके हैं।
ऐसे अनेक लोग अभी दो राज्यों में चल रहे चुनाव की ओर दो अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव की रणनीति में किसी न किसी पार्टी या नेता के साथ जुड़े हैं। लेकिन जो चुनाव रणनीतिकार खाली हैं वे पटना पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कर्नाटक, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु आदि राज्यों में काम कर चुके कई रणनीतिकार बिहार में डेरा डालेंगे और प्रशांत किशोर के लिए काम करेंगे।