दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एक बेहद मार्मिक अपील की। उन्होंने वीडियो मैसेज में कहा कि वे बीमार हैं फिर भी देश की सेवा के लिए जेल जा रहे हैं। केजरीवाल ने यह भी कहा कि उन्हें जेल में कुछ भी हो सकता है। उन्होंने दिल्ली के लोगों से कहा उनके माता, पिता बुजुर्ग हैं और बीमार हैं, लोग उनका ख्याल रखें। गौरतलब है कि केजरीवाल की अंतरिम जमानत की अवधि एक जून को खत्म हो रही है और वे दो जून को जेल जाने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे दो जून यानी रविवार को दोपहर बाद तीन बजे के करीब सरेंडर करेंगे और तिहाड़ जेल जाएंगे। तभी सवाल है कि दो जून को तीन बजे जेल जाना है तो उन्होंने शुक्रवार को ही वीडियो मैसेज क्यों जारी कर दिया?
असल में उनकी अपील दिल्ली की जनता के लिए नहीं थी। उन्होंने पंजाब की जनता के लिए यह अपील जारी की थी, जहां एक जून को मतदान था। केजरीवाल चाहते तो एक जून को या दो जून को अपनी अपील जारी करते। लेकिन उन्होंने 31 मई को ही अपील जारी कर दी। सोचें, कितनी होशियारी से उन्होंने चुनाव प्रचार बंद होने के बाद अपनी पार्टी का प्रचार किया! पंजाब की सभी 13 सीटों पर एक जून को मतदान हुआ। पंजाब ही आम आदमी पार्टी की उम्मीदों का प्रदेश है। वह दिल्ली और हरियाणा में सिर्फ पांच सीटों पर लड़ी है लेकिन पंजाब की 13 सीटों पर किस्मत आजमा रही है। अगर वहां के लोगों को उनकी अपील पसंद आ जाती है तो वे 2014 की तरह वहां से चार या पांच सीट जीत सकते हैं। इससे लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व बढ़ जाएगा। तभी उन्होंने मतदान से एक दिन पहले वीडियो मैसेज के जरिए अपील जारी कर दी। यह सरोगेट प्रचार था, जैसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी से कर रहे हैं।