अब तक माल ढुलाई के लिए विशेष ट्रेनें चलती थीं या उनके लिए अलग डेडिकेटेड रेल लाइन बिछाई जाती थी अब भारतीय रेलवे मजदूरों की ढुलाई के लिए विशेष ट्रेनें चलाने जा रही है। यह अमृत काल की घोषणा है। देश के जो पिछड़े राज्य हैं, गरीब राज्य हैं, जहां लोगों के पास रोजगार नहीं है और जहां की सरकारों ने अपने राज्य को मजदूर सप्लाई करने की फैक्टरी बना रखी है उन राज्यों से विशेष ट्रेन चलेगी, जो उन राज्यों में जाएगी, जहां फैक्टरियां लग रही हैं और जहां मजदूरों की जरूरत है।
इन विशेष ट्रेनों की खास बात यह होगी कि इसमें सिर्फ जनरल बोगी होगी यानी एसी वाली कोई बोगी नहीं होगी। सोचें, लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे तो उन्होंने गरीब रथ नाम से ट्रेन चलवाई थी, जिसमें सारी बोगियां एसी होती थीं और किराया भी दूसरी ट्रेनों से कम होता था। अब मजदूरों की ढुलाई के लिए सिर्फ दूसरे या तीसरे दर्जे की सीट वाली ट्रेन चलाई जाएगी। बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से ये ट्रेनें चलेंगी और इनका गंतव्य महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, तमिलनाडु आदि राज्य होंगे। कहा गया है कि आरक्षित सीटों के लिए होने वाली मारामारी को देखते हुए यह फैसला किया गया है।