राज्य-शहर ई पेपर पेरिस ओलिंपिक

शाहरूख की फिल्म ‘जवान’ और पार्टियों के दावे

ऐसा बहुत कम होता है कि कोई फिल्म आए हिट हो और उसके बाद सारी राजनीतिक पार्टियां दावा करें कि यह फिल्म उसकी बातों को सही साबित करती है। ऐसा हुआ है शाहरूख खान की फिल्म ‘जवान’ के साथ। देश की सभी बड़ी पार्टियां दावा कर रही हैं यह फिल्म उसके नजरिए को सही साबित करती है और विरोधी पार्टी को एक्सपोज करती है। यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी को भी लग रहा है कि यह फिल्म उसके नजरिए से बनी है और कांग्रेस को एक्सपोज कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दावा किया है कि यह फिल्म कांग्रेस पार्टी के राज की कमियों को बताती है। उन्होंने ट्विट किया- हमें शाहरूख खान को धन्यवाद कहना चाहिए कि उन्होंने 2004 से 2014 तक की कांग्रेस की भ्रष्ट और नीतिगत रूप से पंगु सरकार को एक्सपोज कर दिया।

हालांकि इससे पहले जब फिल्म रिलीज हुई थी तब कांग्रेस समर्थकों ने यह दावा किया था कि फिल्म मौजूदा मोदी सरकार को एक्सपोज करती है क्योंकि इसमें लोगों से अपील की गई है कि वे धर्म के नाम पर वोट न करें। इसमें स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और ऑक्सीजन की कमी से लोगों को मरते दिखाया गया था। यह कोरोना के समय हुआ था। इसी तरह से फिल्म का एक डायलॉग है- बेटे को हाथ लगाने से पहले बाप से निपटना होगा। माना जा रहा है कि यह डायलॉग पिछले साल शाहरूख के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स के झूठे केस में गिरफ्तारी के संदर्भ में है। वह भी मौजूदा सरकार पर ही तंज है।

भाजपा और कांग्रेस दोनों के बाद अब आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल सामने आ गए हैं। उन्होंने दावा किया है कि शाहरूख खान ने यह फिल्म उनकी पार्टी के सिद्धांत और नजरिए को ध्यान में रख कर बनाई है। केजरीवाल ने पंजाब में स्कूल ऑफ इमिनेंस का उद्घाटन करते हुए कहा कि फिल्म में कहा गया है कि धर्म और जाति के नाम पर वोट देने की बजाय उसको वोट देना चाहिए, जो शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए काम करे। और यह काम सिर्फ आम आदमी पार्टी कर रही है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *