बिहार में लालू प्रसाद के परिवार की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। अब तक केंद्रीय एजेंसियों की जांच से बचे रहे लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी इसके दायरे में आते दिख रहे हैं। दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने जमीन के बदले रेलवे में नौकरी के मामले में उनको भी समन किया है। लालू प्रसाद सहित उनके परिवार के तमाम अन्य सदस्यों के साथ साथ तेज प्रताप को भी सात अक्टूबर को अदालत में हाजिर होने को कहा गया है। हालांकि तेज प्रताप यादव के लिए राहत की बात यह है कि उनको अभी तक एजेंसी ने आरोपी नहीं बनाया है। बिना आरोपी बनाए ही उनको समन जारी किया गया है।
उनके अलावा लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव आदि सहित परिवार के कई अन्य सदस्य, जिनमें लालू प्रसाद की बेटियां भी शामिल हैं, इस मामले में आरोपी बनाए जा चुके हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि तेज प्रताप को इसलिए समन किया गया है क्योंकि एक जमीन तेजस्वी और तेज प्रताप दोनों के नाम से रजिस्टरी हुई है। ऐसे में लालू प्रसाद के एक बेटे को आरोपी बनाना और दूसरे को नहीं बनाना संभव नहीं है। बहरहाल, तेजस्वी यादव सात दिन की यात्रा करके तीन हफ्ते के लिए परिवार के साथ दुबई छुट्टी मनाने चले गए हैं। उनका आठ अक्टूबर को लौटने का कार्यक्रम है। लेकिन समन सात अक्टूबर का है। वे अदालत की अनुमति से 25 लाख रुपए का बॉन्ड जमा करके ही विदेश गए हैं। सो, देखना है कि वे सात अक्टूबर को आते हैं या छूट मांगते हैं।