तो अब यह माना जाए की आधिकारिक रूप से यूपीए समाप्त हो गया? हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन ‘इंडिया’ यानी इंडियन नेशनल डेवलमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस की घोषणा हो गई, जिसमें कांग्रेस मुख्य घटक दल है तो फिर यूपीए के बने रहने का कोई मतलब नहीं है। यूपीए की लगभग सभी पार्टियां अब ‘इंडिया’ का हिस्सा हो गई हैं और इसके अलावा कुछ अन्य दल भी इसमें शामिल हो गए हैं। यूपीए का आकार छोटा है, जबकि ‘इंडिया’ का बड़ा है। यह नहीं हो सकता है कि दोनों गठबंधन एक साथ अस्तित्व में रहें।
सो, 2004 में बने यूपीए के समाप्त होने का समय आ गया है। कांग्रेस की पूर्व सोनिया गांधी यूपीए की अध्यक्ष हैं और अब कांग्रेस पार्टी इस बात के लिए दबाव बना रही है कि उनको ‘इंडिया’ का चेयरपर्सन बनाया जाए। हालांकि कई पार्टियों को इस पर आपत्ति हो सकती है। इस बारे में मुंबई में होने वाली विपक्षी पार्टियों की अगली बैठक में कुछ पता चलेगा। अगर सोनिया अध्यक्ष बनती हैं तो उसके बाद यूपीए के औपचारिक रूप से खत्म होने का ऐलान हो सकता है।