पता नहीं ऐसा क्या हो गया है कि भारत और अमेरिका में किसी बात पर सहमति नहीं बन पा रही है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच टेलीफोन पर बात हो रही है तो उसमें भी दोनों तरफ से अलग अलग बातें कही जा रही हैं। उसमें भी एक तरह का बयान जारी नहीं हो पा रहा है। हर मामले में विरोधाभासी बयान आ रहे हैं और भारत सरकार की ओर से दबी जुबान में अमेरिका की बात का खंडन किया जा रहा है। एक बार ऐसा नहीं हुआ कि भारत ने दो टूक अंदाज में कहा हो कि राष्ट्रपति ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। सबसे ताजा मामला दिवाली की बधाई के लिए आए फोन का है। राष्ट्रपति ट्रंप ने फोन करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों को दिवाली की बधाई दी। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ व्यापार के साथ साथ आतंकवाद और पाकिस्तान के साथ संबंध सुधार को लेकर बात हुई।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया में जो पोस्ट डाली उसमें उन्होंने पाकिस्तान का जिक्र नहीं किया। बाद में भारत की ओर से कहा गया कि पाकिस्तान को लेकर दोनों नेताओं के बीच कोई बात नहीं हुई है। इससे पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनको भरोसा दिलाया कि भारत अब रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। इस पर भी भारत की ओर से कहा गया कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। हालांकि भारत ने ट्रंप की बात का खंडन नहीं किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सिर्फ इतना कहा कि मोदी और ट्रंप की कोई बात नहीं हुई है। हालांकि ट्रंप ने अपने बयान में यह भी कहा था कि भारत में नियुक्त अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर ने मोदी से मुलाकात की थी। पहले बयान के बाद ट्रंप चार बार यह बयान दे चुके हैं कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। एक बार तो यह बात उन्होंने व्हाइट हाउस की दिवाली पार्टी में भी कही, जहां अमेरिका में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा और बड़ी संख्या में भारतीय लोग मौजूद थे।
