अठारहवीं लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर यानी सदस्यों को शपथ दिलाने और स्पीकर का चुनाव कराने के लिए अस्थायी स्पीकर की जिम्मेदारी कौन निभाएगा? पिछली लोकसभा की सबसे वरिष्ठ सदस्य रहीं मेनका गांधी इस बार चुनाव हार गई हैं। सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर सपा ने उनको चुनाव हरा दिया। उनकी पारंपरिक पीलीभीत सीट पर इस बार उनके बेटे वरुण गांधी को टिकट नहीं मिली थी और जितिन प्रसाद उस सीट से लड़े थे और वे चुनाव जीत गए हैं। बहरहाल, मेनका गांधी के अलावा सबसे अनुभवी सांसद कमलनाथ पहले ही संसदीय राजनीति से अलग हो चुके हैं। उन्होंने पिछली बार भी अपनी पारंपरिक छिंदवाड़ा सीट से चुनाव नहीं लड़ा था। उनके बेटे नकुल नाथ पिछली बार चुनाव जीते थे लेकिन इस बार वे चुनाव हार गए हैं।
सो, कमलनाथ और मेनका गांधी के नहीं होने पर कौन प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी निभाएगा? इस बार लोकसभा में जितने सांसद चुनाव जीत कर आए है उनमें पांच या छह बार जीतने वाले सांसद तो कई हैं लेकिन उससे ज्यादा बार लोकसभा का चुनाव जीते सांसदों की संख्या गिनी चुनी है। इस लोकसभा में सबसे ज्यादा बार चुनाव जीतने वालों में राजनाथ सिंह और राधामोहन सिंह शामिल हैं। चूंकि राजनाथ सिंह मंत्री बन गए हैं तो प्रोटेम स्पीकर के लिए सबसे संभावित नाम राधामोहन सिंह का लगता है। वे सातवीं बार लोकसभा का चुनाव जीते हैं। पहली बार वे 1989 में चुनाव जीते थे और एक ही चुनाव क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर लगातार 10 बार चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड भी उन्होंने बनाया है। वे 2009 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं।