प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर जगह महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की बात करते हैं लेकिन राजभवनों में महिलाओं की संख्या लगातार कम होती जा रही है और किसी भाजपा शासित राज्य में महिला मुख्यमंत्री नहीं है। पिछले दिनों सरकार की सिफारिश पर 10 राज्यों में राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं, जिनमें से एक भी महिला नहीं थी। तभी यह अटकल लगाई जा रही है कि अगले साल कोई महिला राष्ट्रपति बन सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति नहीं तो उप राष्ट्रपति किसी महिला को बनाया जा सकता है। गौरतलब है कि अगले साल जुलाई में राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के चुनाव होने वाले हैं। presidential election female president
Read also अमीरी और गरीबी की खाई
अभी राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति के चुनाव में 10 महीने का समय है। लेकिन एक के बाद एक राजभवनों से महिलाओं की विदाई की बाद इसकी अटकलें लगने लगी हैं। भाजपा मुख्यालय में भी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बने पटेल को राष्ट्रपति बनाए जाने की चर्चा सुनने को मिली लेकिन इसमें मुश्किल यह है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों एक ही राज्य के होंगे तो उसका मैसेज खराब जाएगा। इसलिए उनका राष्ट्रपति बनना संभव नहीं है।
एक दूर की कौड़ी निर्मला सीतारमण के नाम की है। वे अगले साल 63 साल की होंगी। उन्हें अगर राष्ट्रपति भवन भेजा जाता है, उससे कई मकसद पूरे होंगे। वे दक्षिण भारत की हैं और ब्राह्मण हैं। इससे भाजपा को कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी के लिए माहौल बनाने में मदद मिलेगी। ध्यान रहे 2007 में कांग्रेस ने प्रतिभा पाटिल को राष्ट्रपति बनाया था और दो साल बाद हुए चुनाव में ज्यादा बड़े बहुमत से जीती थी। बहरहाल, चुनाव से पहले कोई नया और चौंकाने वाला नाम भी आ सकता है।
इस बार क्या महिला राष्ट्रपति?
और पढ़ें
-
आजम खान को सात साल की सजा
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्थापकों में से एक और उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मुश्किलें और...
-
सत्येंद्र जैन की जमानत रद्द, तिहाड़ पहुंचे
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की...
-
बॉन्ड्स के नंबर 21 मार्च तक दें
नई दिल्ली। पिछले 10 दिन में सुप्रीम कोर्ट ने तीसरी बार भारतीय स्टेट बैंक को कड़ी फटकार लगाई है। सर्वोच्च...
-
चुनावी बॉन्ड से आगे क्या रास्ता?
राजनीतिक चंदे के लिए बनाई गई चुनावी बॉन्ड की व्यवस्था विफल हो गई है। चुनावी चंदे को साफ-सुथरा बनाने और...