
दिल्ली के राजेंदर नगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा के इस्तीफा देने से यह सीट खाली हुई है। इस सीट पर आप ने दुर्गेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने राजेश भाटिया को चुनाव में उतारा है। आम आदमी पार्टी इस सीट पर उपचुनाव पूरी तरह से अरविंद केजरीवाल के नाम पर लड़ रही है। उम्मीदवार का कोई मतलब नहीं है। पार्टी के बड़े बड़े होर्डिंग्स पूरे राजेंदर नगर और रिज के इलाके में लगे हैं, जिन पर उम्मीदवार की फोटो तो है पर नाम नहीं लिखा गया है।
सोचें, बिना उम्मीदवार के नाम के आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ रही है। आप उम्मीदवार को वोट देने की अपील करने वाले पार्टी कार्यकर्ता या नेता का नाम तो होर्डिंग पर लिखा हुआ है लेकिन उम्मीदवार का नाम नहीं है। हाथ जोड़े एक चेहरा और अपील है कि ‘एक बार फिर केजरीवाल को वोट दें’। सोचें, यह कैसी राजनीति है। ऐसा लग रहा है कि आम आदमी पार्टी ने सारे विधायकों और नेताओं को निराकार बना दिया है और सिर्फ एक नाम केजरीवाल का है, जिसके ईर्द-गिर्द पूरी राजनीति होनी है। भाजपा भी नरेंद्र मोदी के नाम पर ही राजनीति करती है और वहां भी ज्यादातर चेहरे निराकार हैं फिर भी इस तरह से नहीं होता है कि पार्टी उम्मीदवार का नाम ही नहीं बताए।