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हरियाणा में आदमपुर के नतीजे अंहम

ByNI Political,
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हरियाणा में आदमपुर के नतीजे अंहम
भारतीय जनता पार्टी क्या हरियाणा में नेतृत्व परिवर्तन करेगी? मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उनके प्रति भरोसा है और वे उनका पूरा समर्थन करते हैं। इसके बावजूद जानकार नेताओं का कहना है कि दो घटनाक्रमों पर पार्टी आलाकमान की नजर है और उसके बाद हरियाणा के बारे में फैसला होगा। पहला मामला आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव है और दूसरा हिमाचल प्रदेश का विधानसभा चुनाव है। अगर आदमपुर में भव्य बिश्नोई हारते हैं या कम अंतर से जीतते हैं तो इससे यह मैसेज बनेगा कि भाजपा और जजपा दोनों की बजाय जाट कांग्रेस के साथ हैं और भूपेंद्र सिंह हुड्डा जाटों के सबसे बड़े नेता हैं। इससे भाजपा गैर जाट को मुख्यमंत्री बनाए रखने की अपनी रणनीति पर विचार करेगी। जैसे उसने गुजरात में वापस पटेल मुख्यमंत्री बनाया उस तरह की पहल हरियाणा में हो सकती है। दूसरा घटनाक्रम हिमाचल प्रदेश का चुनाव है। हिमाचल से सटे उत्तराखंड में भाजपा दो मुख्यमंत्री बदल कर चुनाव में गई थी। उसने त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत को बदला था और ऐन चुनाव से पहले पुष्कर सिंह धामी को कमान सौंपी थी। इससे भाजपा एंटी इन्कंबैंसी कम करने में कामयाब रही और लगातार दूसरी बार जीती। इसी तरह गुजरात में भाजपा हर चुनाव  से पहले सीएम बदल रही है। 2018 के चुनाव से पहले आनंदी बेन पटेल को हटा कर विजय रुपानी को बनाया गया था और 2022 के चुनाव से पहले रुपानी को हटा कर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया है। हिमाचल में भाजपा ने यह प्रयोग नहीं किया और जयराम ठाकुर के नाम पर ही चुनाव लड़ रही है। अगर वहां भाजपा जीत जाती है तो हरियाणा में बदलाव की संभावना कम हो जाएगी। लेकिन अगर भाजपा हारी तो हरियाणा में नए मुख्यमंत्री के चेहरे पर पार्टी चुनाव में जाएगी। वैसे भी अगले चुनाव तक मनोहर लाल के 10 साल हो जाएंगे।
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