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चुनावी राज्य, आप मुख्य विपक्ष?

ByNI Political,
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चुनावी राज्य, आप मुख्य विपक्ष?
अगले साल के शुरू में पांच राज्यों में और आखिर में दो राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन सातों राज्यों में भाजपा के अलावा जो पार्टी चुनाव लड़ती या चुनाव लड़ने की तैयारी करती दिख रही है वह आम आदमी पार्टी है। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में जोर लगा रहे हैं लेकिन वहां से बाहर बाकी राज्यों में उनका कोई आधार नहीं है और न वे लड़ने में रूचि दिखा रहे हैं। इसी तरह अकाली दल पंजाब में चुनाव लड़ रहा है लेकिन बाकी राज्यों से उसे कोई मतलब नहीं है। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को सिर्फ गोवा से मतलब है और मणिपुर पीपुल्स फ्रंट व नेशनल पीपुल्स पार्टी को सिर्फ मणिपुर से मतलब है। कायदे से भाजपा के अलावा कांग्रेस को इन सभी सातों राज्यों में चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए थी लेकिन कांग्रेस आपसी झगड़ों में उलझी है और आम आदमी पार्टी कम से कम पांच राज्यों में बहुत गंभीरता से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। कुछ उसकी अपनी राजनीति ने, कुछ भाजपा के प्रचार ने और कुछ मीडिया समूहों के चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों ने चुनावी राज्यों में आम आदमी पार्टी को कांग्रेस से आगे कर दिया है। अगर चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों की बात मानें तो अगले साल सात राज्यों में होने वाला विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी के रूप में एक नए राष्ट्रीय दल का उदय देखेगा। Read also राहुल खुद को कितना साबित करें? अगले साल के चुनावों में से एक अहम चुनाव गुजरात का है, जहां कांग्रेस पार्टी 65 विधायक होने के बावजूद हाशिए में चली गई है। कई साल पहले अध्यक्ष बने अमित चावड़ा पार्टी का संगठन नहीं बना पाए। अभी पार्टी कुल तीन पदाधिकारियों के संगठन से चल रही है, जबकि भाजपा के प्रदेश संगठन 184 पदाधिकारी हैं। स्थानीय निकाय चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता ने इस्तीफा दिया हुआ है और पार्टी उस पर कोई फैसला नहीं कर पाई है। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी सिर्फ सूरत में स्थानीय निकाय के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर पाई थी लेकिन उसने माहौल ऐसा बना दिया है, जैसे वह मुख्य विपक्षी है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के आप में जाने की चर्चा थी और तभी आप के नेता विजय रुपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर दावा कर रहे हैं कि आप से घबरा कर भाजपा ने सीएम बदला है। इसी तरह हाल के मीडिया सर्वेक्षणों में पंजाब में आम आदमी पार्टी के जीतने की संभावना जताई गई है। सी-वोटर के सर्वे में वह सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरती दिख रही है। उत्तराखंड में भी मुफ्त बिजली-पानी का दांव केजरीवाल ने चला था और साथ ही उसे हिंदू धर्म की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का ऐलान किया, जिसके बाद पार्टी का ग्राफ बढ़ा है। केजरीवाल ने सेना से रिटायर अधिकारी अजय कोठियाल को मुख्यमंत्री का दावेदार भी घोषित कर दिया है। इसी तरह गोवा में भी कांग्रेस के मुकाबले आप की तैयारियां बेहतर हैं। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी वाड्रा मेहनत कर रही हैं पर जमीन हालात की जानकारी रखने वाले बता रहे हैं कि अगर आम आदमी पार्टी प्रदेश में कांग्रेस से बड़ी पार्टी के तौर पर उभरे तो हैरानी नहीं होगी।
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