अयोध्या | राम मंदिर जमीन की खरीद पर हुए विवाद पर अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में आ गये हैं. योगी ने अयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर की जमीन खरीद से जुड़े विवाद पर सियासत गर्म होने के बाद इस संबंध में जिले के कई अधिकारियों को बुलावा भेजा. इसके साथ ही अधिकारियों से जमीन से संबंधित सभी कागजातों को लेकर आने को कहा. योगी आदित्यानाथ ने कहा कि जिस जमीन पर सारा विवाद शुरू हुआ है उसका सारा ब्यौरा लेकर उपस्थित हों. इस संबंध में अब योगी की सभा में सत्य और आरोपों की जांच शुरू की गई है. बता दें कि राम मंदिर के लिए जमीन की खरीदारी को लेकर कुछ दिनों से विपक्षी पार्टियों द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार योगी आदित्यनाथ जानकारी से संतुष्ट हैं.
चंपत राय ने भी दी सफाई, कहा- आरोप गलत
बता दें कि आप के सांसद सिंह द्वारा लगाए गये हैं कि श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के जानकरी में ये घोटाले हुए हैं. अब योगी आदित्यनाथ के एक्शन में आने के बाद से चंपत राय ने भी सफाई दी है. राय ने कहा है कि जमीन की कीमत 1,423 रुपये प्रति स्क्वायर फीट है. उन्होंने कहा कि ये दाम मार्केट रेट से काफी कम है. उन्होंने कहा है कि सरकारी टैक्स का सही प्रयोग और हमने भविष्य के चिंता करते हुए हमने नेट बैंकिंग से पैसे का लेनदेन किया. उन्होंने कहा जब हमने नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया है तो घोटाले का सवाल ही नहीं उठता.
लगाए गये हैं ये आरोप
बता दें कि आप सांसद द्वारा अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट पर जमीन की खरीदारी करने में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही कहा गया है कि खरीदी गई जमीन में लोगों के द्वारा दिये गये पैसों को दबाने की कोशिश की गई है. बता दें कि आप सांसद के इन आरोपों को अयोध्या के पूर्व विधायक और समाजवादी पार्टी के नेता पवन पांडे ने भी सही बताया था. कहा जा रहा है कि जमीन का सौदा पहले 2 करोड़ रुपये में हुआ और कुछ ही समय में इसी जमीन के लिए 18.50 करोड़ रुपये दे दिए गये.
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