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मोदी की रैलियों से आएगी स्पष्टता

ByNI Political,
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मोदी की रैलियों से आएगी स्पष्टता
बिहार में सरकार चला रही जनता दल यू के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों का इंतजार कर रहे हैं। उनको लग रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के भाषणों से ही भाजपा-जदयू संबंधों में स्पष्टता आएगी और लोजपा के प्रचार का जवाब मिलेगा। बिहार भाजपा के नेता रोज चिराग पासवान को चेतावनी दे रहे हैं। लोजपा में शामिल होने वाले भाजपा के नेताओं को भी चेतावनी दी जा रही है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल कई बार कह चुके कि चुनाव में चाहे जिसे जितनी सीटें मिलें पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। इसके बावजूद भाजपा में टिकट से वंचित रह गए नेताओं के पाला बदल कर लोजपा में जाने और उम्मीदवार बनने का सिलसिला थम नहीं रहा है। संघ की पृष्ठभूमि वाले पार्टी के नेता राजेंद्र सिंह और पूर्व विधायक उषा विद्यार्थी ने लोजपा का दामन थाम लिया है और दोनों अपनी अपनी सीटों से चुनाव लड़ेंगे। उन दोनों की सीटें जदयू के खाते में हैं। इस तरह की कहानी कई सीटों पर दोहराई जा रही है। लोक जनशक्ति पार्टी को अभी तक एनडीए से निकाला नहीं गया है और रामविलास पासवान को केंद्र सरकार से हटाने की कोई योजना दिख रही है। ऐसे में चिराग के लिए यह मैसेज भाजपा के कोर मतदाताओं तक पहुंचाना आसान हो गया है कि चुनाव के बाद जदयू अलग होगी और भाजपा-लोजपा सरकार बनाएंगे। प्रधानमंत्री की फोटो के सामने खड़े होकर वे जदयू को वोट नहीं देने की अपील लोगों से कर रहे हैं। तभी जदयू नेताओं को मोदी की रैलियों का इंतजार है। इन रैलियों में मोदी और नीतीश कुमार एक साथ शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मंच से नीतीश के मुख्यमंत्री का ऐलान करेंगे और लोजपा की ओर से किए जा रहे प्रचार का जवाब देंगे। बताया जा रहा है कि अगले हफ्ते से प्रधानमंत्री की रैलियां शुरू होंगी और 20 दिन के अंदर वे 20 रैलियां करेंगे। जदयू नेता चाहते हैं कि हर रैली में नीतीश उनके साथ रहें और मंच से उनको मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान हो।
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