बिहार विधानसभा के चुनाव और 11 राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजों से पहले जेपी नड्डा की प्रतिष्ठा और उनकी राजनीतिक काबिलियत दांव पर लगी थी। आखिर उनके पूर्णकालिक अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली को छोड़ें तो यह पहला बड़ा चुनाव था, जिसका वे नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने इस चुनाव में खूब मेहनत की। तालमेल बनाने से लेकर सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के नाम तय करने से लेकर प्रचार में रैलियां करने तक, सब जगह जेपी नड्डा सक्रिय दिखाई दिए। वे बिहार में पढ़े-लिखे हैं और इस पृष्ठभूमि का उन्होंने खूब इस्तेमाल किया। तभी जब तमाम अनुमानों को गलत साबित करके भाजपा जीती तो नड्डा की चौतरफा जय-जयकार हुई है। पार्टी के सारे नेताओं ने उनकी तारीफ की है, उन्हें बधाई दी है।
पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उनको बधाई देने उनके आवास पर गए। शाह ने गुलदस्ता देकर नड्डा का स्वागत किया और उनको बिहार की जीत की बधाई दी। पार्टी कार्यालय में बिहार की जीत का जश्न मनाने के लिए जो कार्यक्रम हुआ उसमें भी नड्डा छाए रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी खूब तारीफ की। मंगलवार को देर रात नतीजों की घोषणा के बाद पार्टी के तमाम शीर्ष नेताओं ने ट्विट किया, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ साथ नड्डा की तारीफ की गई। देश के 11 राज्यों में 56 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में 40 से ज्यादा सीटों पर भाजपा की जीत के लिए भी उनको बधाइयां मिल रही हैं। सो, कहा जा सकता है कि बिहार चुनाव और 11 राज्यों के उपचुनाव नड्डा के नेतृत्व को मजबूत करने वाले साबित हुए हैं।
नड्डा की चौतरफा जय जयकार
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