लालू प्रसाद की चलती के दिन में उनके आसपास नेताओं का जमावड़ा लगा रहता था। धीरे धीरे नेताओं की संख्या कम होती गई। लालू प्रसाद के साथ हमेशा साये की तरह रहने वाले भोला यादव अब भी परिवार का हिस्सा हैं और तेजस्वी ने पार्टी की पूरी कमान अपने हाथ में रखने के बावजूद उनको अपने साथ जोड़े रखा। पुराने लोगों में जो लोग इस बार भी कुछ लोगों को टिकट दिला पाए उनमें भोला यादव सबसे अहम हैं। उनके जरिए तेजस्वी पार्टी के तमाम पुराने लोगों, खास कर जिला और प्रखंड स्तर पर लालू प्रसाद के करीबी रहे लोगों के साथ जुड़े हुए हैं। उनके अलावा कुछ और लोग हैं, जो परिवार और तेजस्वी के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं और उन पर भरोसा करके तेजस्वी ने काम किया है।
ऐसे लोगों में सबसे पहला नाम सुनील सिंह का है। वे बरसों से लालू प्रसाद परिवार के साथ रहे हैं। वे सहकारिता से जुड़े रहे हैं और बिस्कोमान के अध्यक्ष हैं। उनको इस साल विधान परिषद में भेजा गया और पार्टी का कोषाध्यक्ष भी बनाया गया। उन्होंने अच्छे से कोष मैनेज किया है। उनके अलावा टिकट बंटवारे और कोष मैनेज करने के काम में दो और लोगों ने अहम भूमिका निभाई। ये दो लोग हैं- हाजीपुर के सुबोध राय और दूसरे समस्तीपुर के आलोक मेहता। सुबोध राय को भी एमएलसी बनाया गया है। नीतीगत, राजनीतिक, मीडिया और प्रचार के मामलों में मनोज झा और संजय यादव सबसे अहम भूमिका निभा रहे हैं।
तेजस्वी यादव के नवरत्न!
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