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नीतीश के समर्थन में सुशील मोदी

ByNI Political,
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नीतीश के समर्थन में सुशील मोदी
भाजपा और जनता दल यू के तालमेल की घोषणा करने के लिए हुई प्रेस कांफ्रेंस बड़ी जद्दोजहद के बाद हुई थी। प्रेस कांफ्रेंस से पहले परदे के पीछे खूब राजनीति हुई। नीतीश कुमार ने लोजपा नेता चिराग पासवान की राजनीति को लेकर आपत्ति जताई तो भाजपा के नेता भाग कर उनके आवास पर पहुंचे और बयान दिया गया कि बिहार में एनडीए में वहीं रहेगा, जो नीतीश कुमार को नेता स्वीकार करेगा। इस दो टूक बयान के बाद भी दो घंटे प्रेस कांफ्रेंस टली। लेकिन जब प्रेस कांफ्रेंस हुई तो सुशील मोदी ने नीतीश कुमार के प्रति अपना समर्पण भी दिखाया और दोस्ती भी दिखाई। गठबंधन को लेकर सबसे दो टूक बात उन्होंने की और चिराग पासवान के ऊपर स्पष्ट हमला भी उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि अगर एनडीए के बाहर किसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो का इस्तेमाल किया तो पार्टी चुनाव आयोग के पास जाएगी। प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के हर मुश्किल सवाल का जवाब भी सुशील मोदी ने ही दिया। जिस तरह से नीतीश के बाद सुशील मोदी प्रेस कांफ्रेंस की कमान संभाले रहे, उससे उन्होंने बिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं को यह मैसेज दिया कि बिहार भाजपा के नेता वे ही हैं। प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस जैसे नेता बैठे रहे और पूरी प्रेस कांफ्रेंस एक तरह से सुशील मोदी ने संचालित की। गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा में दो खेमे बन गए हैं। एक सुशील मोदी का पुराना खेमा है, जिसके हाथ में पिछले 20-25 साल से पार्टी की कमान है। इसमें सुशील मोदी के अलावा मंगल पांडेय, राधामोहन सिंह आदि नेता हैं। दूसरा खेमा अपेक्षाकृत नया है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि उसे भूपेंद्र यादव ने खड़ा कराया है। उसमें प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय आदि नेता हैं। इनके अलावा नेताओं की एक बड़ी जमात ऐसी है, जो सुशील मोदी का विरोध करती है पर कुछ कर नहीं पाती है। उनका कहना है कि सुशील मोदी की असली ताकत नीतीश हैं। इसलिए वे हरसंभव कोशिश करेंगे कि नीतीश की ताकत बनी रहे।
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