बिहार में विपक्षी पार्टियों में जबरदस्त खींचतान है। मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर पार्टियों के नेता लड़ रहे हैं। अलग अलग नेताओं के नाम की घोषणा भी हो रही है। ऊपर से प्रशांत किशोर के राजनीति में उतर जाने से तस्वीर और गडमड हो गई है। पर दूसरी ओर एनडीए में भी हालात ठीक नहीं हैं। एनडीए की तीनों पार्टियों के बीच अंदरखाने तनाव बढ़ गया है। जानकार सूत्रों का कहना है कि भाजपा के प्रदेश नेताओं में एकाध को छोड़ कर बाकी सारे नेता जनता दल यू से तालमेल खत्म करना चाहते हैं। भाजपा के नेता चाहते हैं कि पार्टी अकेले लड़े। पिछले दिनों पार्टी के नेताओं ने यह बात प्रभारी भूपेंद्र यादव से भी कही है।
प्रदेश भाजपा के नेताओं का कहना है कि अकेले लड़ कर भी भाजपा मौजूदा संख्या 54 से कम नहीं होगी। उलटे उनका कहना है कि अगर अपनी पहल पर भाजपा तालमेल खत्म करे तो वह एक सौ से ज्यादा सीट जीत सकती है। इसी राजनीति के तहत भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुसलमानों को लेकर भड़काऊ बयान दिया। इस पर लोजपा नेता चिराग पासवान ने तीखी टिप्पणी की। गिरिराज सिंह उन नेताओं में हैं, जो तालमेल खत्म कराना चाहते हैं ताकि पश्चिम बंगाल के चुनाव से पहले नागरिकता कानून का बड़ा मुद्दा बनाया जा सके। अब तालमेल तभी चलता रह सकता है, जब इन सबके बावजूद नीतीश भाजपा से चिपके रहें।