बिहार में दो महीने में चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले राज्य नए रिकार्ड बना रहा है। दो दिन पहले राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण की रिपोर्ट आई है, जिसमें देश के सबसे गंदे शहरों का रिकार्ड बिहार ने बनाया है। देश के दो सबसे स्वच्छ शहर भाजपा शासित राज्यों के हैं। नंबर एक पर मध्य प्रदेश का इंदौर और नंबर दो पर गुजरात का सूरत है। दस लाख से ज्यादा आबादी वाले बड़े शहरों में सबसे ज्यादा गंदा शहर बिहार की राजधानी पटना है। इतना ही नहीं दस लाख से कम आबादी वाले दस सबसे गंदे शहरों में छह बिहार के हैं।
सोचें 15 साल से बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है, जिसमें 12 साल उन्होंने भाजपा के साथ मिल कर सरकार चलाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन की शुरुआत करने के बाद भी तीन साल से ज्यादा समय से जदयू और भाजपा की साझा सरकार चल रही है। यानी तीन साल से डबल इंजन की सरकार चल रही है और राजधानी पटना का हाल यह है कि वह देश का सबसे गंदा शहर है। डबल इंजन की सरकार की इन्हीं उपलब्धियों के कारण भाजपा और जदयू दोनों 15 साल पहले के लालू प्रसाद के राज की तस्वीरें दिखा कर वोट मांग रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा है कि इस बार जीते तो गांवों को सड़कों से जोड़ेंगे। 15 साल के राज के बाद भी सड़क के नाम पर वोट मांगना भी दिखाता है कि बिहार में क्या काम हुआ है!