महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले कई पार्टियों के नेता अपनी अपनी पार्टी छोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए थे। अब इन सारे नेताओं की मुश्किलें शुरू हो गई हैं। महाराष्ट्र में तो भाजपा के पुराने नेताओं ने खुल कर इन नेताओं का विरोध शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नेता राम कदम ने खुल कर कांग्रेस के राधाकृष्ण विखे पाटिल का विरोध किया है। ध्यान रहे पाटिल कांग्रेस विधायक दल के नेता था पर ऐन चुनाव से पहले वे कांग्रेस छोड़ कर अपने बेटे के साथ भाजपा में चले गए थे। अब भाजपा नेताओं ने कहा है कि पार्टी को अहमदनगर के इलाके में उनकी वजह से हार झेलनी पड़ी।
इसी तरह और भी कई नेता कांग्रेस, एनसीपी और शिव सेना छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे। अब इन तीनों पार्टियों ने सरकार बना ली है तो इन्हें छोड़ कर भाजपा में गए नेता परेशान हो गए हैं। एक तरफ भाजपा में उनके ऊपर हमले हो रहे हैं तो दूसरी ओर वे खुद भी अपनी पुरानी पार्टी में वापसी करना चाहते हैं। अगले कुछ दिन में भाजपा में गए नेताओं की घर वापसी शुरू हो सकती है। इसी तरह झारखंड में भी कांग्रेस, जेएमएम के कई नेता भाजपा में गए हैं पर नतीजों से पहले ही उनके बेचैनी शुरू हो गई है। वे वापसी का रास्ता बनाने में लगे हैं।