रियल पालिटिक्स

पैसे लेकर वोट डालने का आंदोलन

ByNI Political,
Share
पैसे लेकर वोट डालने का आंदोलन
एक समय था, जब वोट डालने के अधिकार के लिए आंदोलन हुए। दुनिया भर के लोगों ने लंबी  लड़ाई लड़ कर वोट डालने का अधिकार हासिल किया। अभी दुनिया वोट डालने के अधिकार को लेकर ही खुश है, तब तक भारत में पैसे लेकर वोट डालने के अधिकार का आंदोलन शुरू हो गया। इस आंदोलन के बीच काफी पहले तमिलनाडु में पड़े थे, जब डीएमके नेता एमके अलागिरी के बारे में खबर आई कि उन्होंने घर घर अखबार बांटने वाले हॉकर्स के नेटवर्क के जरिए अखबारों के साथ लोगों के घरों में पैसे पहुंचवाए। हालांकि अब भी वहां लोगों ने इसे अपना अधिकार नहीं माना है। लेकिन तेलंगाना के लोग इससे एक कदम आगे बढ़ गए हैं। cash for vote tamilnadu तेलंगाना की हुजूराबाद विधानसभा सीट पर शनिवार को मतदान हुआ है और उससे एक दिन पहले राज्य में कई जगह लोगों ने धरने और प्रदर्शन किए। उनकी मांग थी कि वोट डालने के लिए उनको पैसे दिए जाएं। आम मतदाताओं ने राजनीतिक दलों के कार्यालयों के सामने धरना दिया और गांवों में सरपंचों के घरों के आगे धरने हुए। असल में इससे एक दिन पहले एक वीडिया वायरल हुआ, जिसमें दिख रहा है कि भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल निशान वाले लिफाफे में रख कर लोगों को पैसे पहुंचाए गए हैं। इसके बाद ही लोग पैसे की मांग शुरू कर दी। कई इलाकों में ऐलान किया कि अगर उनको पैसे नहीं मिलते हैं तो वे वोट का बहिष्कार करेंगे।

Read also हर उपचुनाव जैसे जनमत संग्रह

ध्यान रहे राजनीतिक दलों के कार्यक्रमों में पैसे लेकर लोगों के जाने का चलन तो बहुत पहले शुरू हो गया था। काडर आधारित पार्टियों में भी कार्यकर्ता पैसे लेकर नेताओं की सभाओं में जाते हैं। इस साल अप्रैल-मई में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री की सभा में शामिल होने के लिए लोगों को कथित तौर पर कूपन दिए गए, जिन्हें सभा की जगह एक-एक हजार रुपए के बदले भुनाया जा सकता था। बहरहाल, नेताओं की सभा में पैसे लेकर आना जिस तरह लोग अपना अधिकार समझ रहे हैं उसी तरह पैसे लेकर वोट देने को अधिकार मानने लगें तो भारतीय लोकतंत्र की एक अभूतपूर्व उपलब्धि होगी। पता नहीं भाजपा इसका श्रेय प्रधानमंत्री को देगी या नहीं?
Published

और पढ़ें