यह भारत सरकार का कमाल है कि वह किसी भी समस्या को स्वीकार नहीं करती है लेकिन उससे पूरी ताकत से लड़ने का दावा करती है। जैसे सरकार ने स्वीकार नहीं किया कि चीन भारत की सीमा में घुसा है पर वहां उसे वहां से निकालने के लिए प्रतिबद्ध भी है। सरकार स्वीकार नहीं करती है कि महंगाई बढ़ रही है लेकिन महंगाई रोकने के सारे उपाय करने का दावा भी करती है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी को भी सरकार ने स्वीकार नहीं किया पर ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संकल्प भी जाहिर किया। उसी तरह सरकार कोयले की कमी और बिजली के संकट को नहीं स्वीकार कर रही है लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि सरकार कोयला की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है। coal crisis in india
समस्या नहीं है लेकिन ताकत लगती हुई!
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