कांग्रेस पार्टी के नए चुनाव प्रबंधक सुनील कनुगोलू हैं। जिस तरह आम आदमी पार्टी ने प्रशांत किशोर की जगह उनकी टीम में रहे संदीप पाठक को आगे किया है उसी तरह कांग्रेस ने सुनील कनुगोलू को जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि उनकी कंपनी का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है। प्रशांत किशोर का रिकॉर्ड 90 फीसदी सफलता का, जबकि सुनील कनुगोलू की कंपनी का चुनाव जीतने का रिकॉर्ड 10-20 फीसदी भी नहीं है। वे 2016 के चुनाव में एमके स्टालिन और डीएमके के लिए काम कर चुके हैं। तब करुणानिधि जीवित थे। लेकिन पांच साल राज करने के बाद अन्ना डीएमके ने फिर से सत्ता में वापसी की थी। वह राज्य में किसी पार्टी के लगातार चुनाव जीतने का रिकार्ड था।
सुनील कनुगोलू की कंपनी माइंडशेयर एनालिटिक्स है, जो हैदराबाद में स्थित है। सुनील और उनकी कंपनी अन्ना डीएमके और भाजपा के साथ भी काम कर चुके हैं। अब कांग्रेस ने उनकी सेवा ली है और उनको अगले साल होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। वे आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी के लिए भी काम कर रहे हैं, जहां लोकसभा के साथ विधानसभा का चुनाव होना है। उनके बारे में कहा जा रहा है कि वे प्रशांत किशोर की कंपनी आई-पैक के मॉडल से अलग काम करते हैं। वे अपने लोगों की बजाय पार्टियों के कार्यकर्ताओं में से ही टीम बनाते हैं, जो बाद में पार्टियों के साथ रह जाती हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी यह भी चाहती थी कि वे गुजरात में काम करें। लेकिन वे राजी नहीं हुए। अब चर्चा है कि प्रशांत किशोर की टीम से कांग्रेस की बात हो रही है।