कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में वैसे तो ज्यादातर नेता अनुकंपा वाले ही हैं पर उनमें भी ग्रेड वन के अनुकंपा वाले कुछ नेता शनिवार को जम्मू में जमा हुए थे। इन नेताओं को लग रहा है कि कांग्रेस पार्टी कमजोर हो रही है और वे इसे साफ देख रहे हैं। हालांकि यह किसी ने नहीं कहा कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए क्या करने की जरूरत है और उन्होंने कांग्रेस की मजबूती के लिए क्या किया है। तभी कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस के कमजोर होते जाने पर आंसू बहाने वाले ये नेता अगर चुनाव वाले राज्यों में जाकर पार्टी के लिए काम करते तो ज्यादा बेहतर होता। लेकिन ऐसा लग नहीं रहा है कि इन नेताओं का मकसद कांग्रेस को मजबूत करना है। ये मौका देख कर पार्टी आलाकमान के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।
लेकिन जम्मू में जुटे कांग्रेस नेताओं के कार्यक्रम की सबसे रोचक बात यह दिखी कि सारे नेता भगवा पगड़ी बांधे हुए थे। गुलाम नबी आजाद के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में आजाद ने भी भगवा पगड़ी बांधी थी और उनके साथ मौजूद कांग्रेस के बाकी सारे असंतुष्ट नेताओं- कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और विवेक तन्खा ने भी भगवा पगड़ी बांधी हुई थी। दूसरी दिलचस्प बात यह है कि आजाद ने अपने भाषण में भाजपा का विरोध सिर्फ इस बात के लिए किया कि जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करके इसका विभाजन किया गया। उनके अलावा मनीष तिवारी ने दबी जुबान में भाजपा पर सवाल उठाए। बाकी नेता अपनी ही पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाते रहे।
पिछले साल अगस्त में जब इन नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी तब राहुल गांधी ने कथित तौर पर भाजपा के एजेंडे पर काम करने वाला कहा था। इससे कई नेता नाराज हो गए थे लेकिन अब खुद ही ये नेता अपना एजेंडा स्पष्ट कर रहे हैं। राज्यसभा में जिस दिन आजाद के विदाई भाषण में प्रधानमंत्री मोदी और आजाद दोनों रोए उसी समय कई चीजें साफ हो गई थीं।