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सेंट्रल विस्टा के पैसे कोरोना में लगे

ByNI Political,
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सेंट्रल विस्टा के पैसे कोरोना में लगे
जिस दिन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी केंद्र सरकार ने नई संसद बनाने और इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन के बीच के खाली हिस्सों में सरकारी दफ्तरों के लिए नई इमारतें बनाने का फैसला किया है उसी दिन से कांग्रेस पार्टी इसका विरोध कर रही है। इसे सेंट्रल विस्टा के नाम से विकसित करने के सरकार के प्रयासों का कांग्रेस ने पहले कई बार विरोध किया है और कोरोना वायरस के संकट के समय भी वह विरोध का मौका नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस ने सरकार से कहा है कि उसने सेंट्रल विस्टा विकसित करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपए का जो फंड आवंटित किया है उसे कोरोना वायरस के खतरे से लड़ने के काम में लगाया जाए। कांग्रेस के कई नेताओं ने ट्विट करके इसकी मांग की है। जिस दिन प्रधानमंत्री ने कहा कि 15 हजार करोड़ रुपए मेडिकल सुविधाओं के लिए दिए गए हैं उस दिन भी शशि थरूर सहित कई नेताओं ने सेंट्रल विस्टा का पैसा भी इसमें लगाने की मांग की। फिर जिस दिन वित्त मंत्री ने गरीब कल्याण योजना के लिए 1.70 लाख करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया उस दिन भी इसकी मांग की गई। पिछले दिनों सेंट्रल विस्टा के आर्किटेक्ट के साथ पार्टियों की बैठक हुई थी उसमें भी कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने इसके डिजाइन का विरोध किया। कुल मिला कर कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियां किसी तरह से इस प्रोजेक्ट को रूकवाना चाह रही हैं। उनका जोर इस बात पर है कि सरकार मौजूदा संसद को ही रिनोवेट करा कर बेहतर करे।
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