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मुख्यमंत्रियों की शिकायतें बढ़ रही है

ByNI Political,
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मुख्यमंत्रियों की शिकायतें बढ़ रही है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग करेंगे तो इस बार उनको शिकायतें सुनने को मिलेंगी। पिछली बार भी अकेले ममता बनर्जी ने शिकायत की थी। उन्होंने गृह मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार के कामकाज में दखल देने और आंकड़ों पर सवाल उठाने की शिकायत की थी। इस बार उनकी शिकायत बढ़ी हुई होगी। 11 अप्रैल को हुई बैठक के बाद से केंद्र के साथ उनका टकराव बढ़ा है। उनके यहां भेजी गई केंद्रीय टीम के साथ राज्य सरकार का जो बरताव रहा है उस पर केंद्र ने नाराजगी भी जताई है। सो, इस बार फिर ममता शिकायत करेंगी। पर इस बार सिर्फ ममता ही शिकायत करने वाली नहीं रहेंगी। दूसरे राज्य भी प्रधानमंत्री से अलग अलग चीजों की शिकायत करेंगे। जैसे कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शिकायत की तैयारी की है। कांग्रेस के जानकार सूत्रों के मुताबिक उनकी दो मुख्य रूप से शिकायतें होंगी। पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में कहा कि इस समय देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है और भाजपा सांप्रदायिकता का वायरस फैला रही है। कांग्रेस के मुख्यमंत्री इसकी शिकायत करेंगे। दूसरी शिकायत एक न्यूज चैनल की ओर से सोनिया पर किए गए हमले का हो सकता है। इस मामले में भाजपा के सभी नेताओं ने चैनल के एंकर की तरफदारी की है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों के मुख्यमंत्री ही शिकायत करेंगे। भाजपा की सहयोगी पार्टी जनता दल यू के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शिकायत कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि अलग अलग राज्यों द्वारा दूसरे राज्य में फंसे अपने छात्रों और मजदूरों को निकालने के मसले पर नीतीश शिकायत कर सकते हैं। पिछले दिनों जब उत्तर प्रदेश की सरकार ने कोटा से अपने राज्य के छात्रों को विशेष बसों से निकाला तो नीतीश ने इसकी आलोचना करते हुए कहा था कि यह लॉकडाउन के सिद्धांत के साथ अन्याय है। अब खबर है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दूसरे राज्यों में फंसे अपने मजदूरों को भी निकालने जा रहे हैं। सो, नीतीश कुमार इसका मुद्दा उठा सकते हैं।
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