दिल्ली में आम आदमी पार्टी को छोड़ कर बाकी सारी पार्टियों की नजर दूसरी पार्टी से आने वाले नेताओं पर है। भाजपा और कांग्रेस दोनों को दूसरी पार्टियों के नेताओं को टिकट देंगे ही साथ ही दिल्ली में लड़ने आ रही जनता दल यू और अन्य पार्टियां भी दूसरी पार्टियों के दलबदलुओं की तलाश में हैं। अगर जननायक जनता पार्टी का भाजपा से तालमेल नहीं होता है तो उसे भी नए उम्मीदवार की बजाय पुराने नेताओं को ही लड़ाना है। हरियाणा की एक और पार्टी इनेलो भी दिल्ली में चुनाव मैदान में उतरने वाली है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में दिल्ली कांग्रेस के कई नेता भाजपा में गए हैं और आम आदमी पार्टी के नेता भी भाजपा या कांग्रेस में गए हैं। ऐसे नेताओं को इस बार टिकट मिल सकती है। कांग्रेस में एक जमाने में दलित चेहरा रहे राजकुमार चौहान अब भाजपा में हैं और पार्टी उनको टिकट देगी। दिल्ली की राजनीति में सिख चेहरे के तौर पर आगे किए गए कांग्रेस के नेता सुरेंद्रपाल सिंह बिट्टू भी भाजपा में हैं और टिकट के दावेदार हैं। आप के विधायक कपिल मिश्रा पाला बदल कर भाजपा में चले गए हैं। भाजपा उनको चुनाव में उतार सकती है। चूंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों के लगभग सभी नेता चुनाव हारे ही हैं सो उन्हें दूसरी पार्टियों से उम्मीदवार लाकर चुनाव लड़ाने में ज्यादा दिक्कत नहीं होने वाली है।
भाजपा-कांग्रेस दोनों देंगे दलबदलुओं को टिकट
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