रियल पालिटिक्स

मध्य प्रदेश पर भी सबकी नजर

ByNI Political,
Share
मध्य प्रदेश पर भी सबकी नजर
मध्य प्रदेश में भी राज्यसभा का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है और इस वजह से सबकी नजर वहां के चुनाव पर है। मध्य प्रदेश के चुनाव में दिलचस्पी के दो कारण हैं। पहला कारण तो यह है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष की सीटों की संख्या में ज्यादा का अंतर नहीं है। इसलिए कहा जा रहा है कि राज्य में खाली हो रही तीन में से दो सीटें जीतने का प्रयास कांग्रेस भी करेगी और भाजपा भी करेगी। यानी भाजपा तीसरी सीट पर कांग्रेस को वाकओवर नहीं देने जा रही है। उसने अगर अपना उम्मीदवार उतार दिया तो फिर तीसरी सीट पर घमासान पक्का है।ध्यान रहे राज्य में एक सीट जीतने के लिए 58 वोट की जरूरत होगी। कांग्रेस के पास अपने 114 और भाजपा के 108 विधायक हैं। सो, एक-एक सीटें जीतने के बाद कांग्रेस के पास 56 और भाजपा के पास 50 वोट बचेंगे। कांग्रेस को सपा, बसपा और निर्दलियों का भी समर्थन है। इसलिए उसे दिक्कत नहीं होनी चाहिए। पर अगर भाजपा कुछ तोड़फोड़ करना चाहिए या क्रास वोटिंग कराने का प्रयास करे तो मामला उलझ सकता है। दिलचस्पी का दूसरा कारण यह है कि कांग्रेस की ओर से दो दिग्गज दावेदार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रिटायर हो रहे हैं पर उनका फिर से चुना जाना तय है। इस बार लोकसभा का चुनाव हारे ज्योतिरादित्य सिंधिया भी हर हाल में राज्यसभा जाना चाहते हैं। देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी दोनों ठाकुर नेताओं को मध्य प्रदेश से ही टिकट देती है या सिंधिया को कहीं और भेजती है। इस बात को लेकर भी दिलचस्पी है कि भाजपा के रिटायर हो रहे नेताओं- सत्यनारायण जटिया और प्रभात झा में से कोई रिपीट होता है या पार्टी किसी नए नेता को उम्मीदवार बनाती है।
Published

और पढ़ें